रक्षा निर्यात

क. निर्यातविनियमन

  1. दिनांक 13.03.2015 की डीजीएफटी अधिसूचना संख्या 115(आरई-2013)/2009-2014 के अनुसार, इस अधिसूचना में संलग्न सैन्य सामान की सूची में दी गई मदों के लिए मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) के प्रावधानों के अनुसार निर्यात के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र(एनओसी) रक्षा उत्पादन विभाग, रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किया जाता है । तथापि, कुछ ऐसी रक्षा मदें हैं जो इस अधिसूचना में संलग्न सैन्य सामान की सूची में नहीं दी गई हैं । ये मुख्यतया दोहरे उपयोग की मदें हैं और इसलिए विदेश व्यापार निदेशालय(डीजीएफटी) की एससीओएमईटी सूची में दी गई हैं जो www.dgft.gov.in पर उपलब्ध है।
  2. निर्यातकों को रक्षा मदों का निर्यात करते समय उपर्युक्त अधिसूचना में संलग्न सैन्य सामानों की सूची का पहले और उसके बाद डीजीएफटी की एससीओएमईटी संदर्भ लेना अपेक्षित होता है । यदि निर्यातक द्वारा निर्यात के लिए प्रस्तावित मदें डीजीएफटी की अधिसूचना में संलग्न सैन्य सामान की सूची में दी गई हैं, तो निर्यातकों को रक्षा उत्पादन विभाग से नीचे एसओपी में उल्लेखानुसार अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करना होता है । तथापि, यदि निर्यात की मदें डीजीएफटी की एससीओएमईटी सूची में दी गई होती हैं तो निर्यातकों को डीजीएफटी के नियमों एवं प्रक्रियाओं के अनुसार डीजीएफटी कार्यालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करना अपेक्षित होगा । इसके लिए निर्यातक डीजीएफटी वेबसाइट www.dgft.gov.inका अवलोकन करें।

ख. भारतीय रक्षा उद्योग की निर्यात संबंधी रूपरेखाः

  1. सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों (डीपीएसयू), आयुध निर्माणी बोर्ड (ओएफबी) तथा निजी क्षेत्र की कंपनियों (जारी किए गए अनापत्ति प्रमाण पत्रों के आधार पर) द्वारा रक्षा निर्यात का मूल्य वित्तीय वर्ष 2014-15 के 994.04 करोड़ रुपए की तुलना में वित्तीय वर्ष 2015-16 (दिसंबर, 2015 तक) 1379.42 करोड़ रुपए है । निर्यात का यह रूझान उद्योग द्वारा की गई अभूतपूर्व वृद्धि को दर्शाता है । निजी रक्षा उद्योग द्वारा निर्यात ने त्वरित वृद्धि दर्शाई है । निजी क्षेत्र की लगभग 12-14 कंपनियों ने रक्षा निर्यात में योगदान दिया है ।
  2. रक्षा उत्पादों के लिए कुछ प्रमुख निर्यात देश अल्जीरिया, अफगानिस्तान, इजराइल, इक्वाडोर, रूस, यूके, इंडोनेशिया, नेपाल, ओमान, रोमानिया, बेल्जियम, वियतनाम, म्यांमार, दक्षिण कोरिया और सूडान हैं । निर्यात की जा रही प्रमुख रक्षा मदों में वैयक्तिक संरक्षी अपतटीय गश्ती जलयान, रडार के लिए कलपुर्जे, चीतल हेलीकॉप्टर, टरबो चार्जर एवं बटरियां, इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियां (इओपीओडी एएलएच प्रणाली), लाइट इंजीनियरिंग मेकैनिकल कलपुर्जे इत्यादि हैं ।